Hasya Kavi Sammelan
सारा हाँ ये ानता है,
यह हमार पहचान है l
संस्कृत से संस्कृति हमार,
हिंद से हिंदुस्तान है l
हिंद भाषा ह नहं भावों क अभिव्यक्ति है l इस भाव को चरितार्थ करते हुए प्रूडेंस स्कूल द्वारका 22 में हिंद दिवस के अवसर पर हास्य कवि सम्मेलन का आयोन बे हर्षोल्लास से किया गया l हमारे नन्हें मुन्ने कवि कवित्रियों ने बे ह सृनात्मक और व्यंगात्मक तरके से पूर्ण आत्मविश्वास के साथ अपन भावनाओं को कविता के माध्यम से व्यक्त कियाl उनक कविताओं में सामािक, पारिवारिक व व्यावहारिक वन पर हास्य और व्यंग को स्पष्टता से देखा ा सकता हैl इन कवियों ने अपन हास्य कविताओं से सभ दर्शकों को प्रफुल्लित होने पर मज़बूर कर दियाl इस अवसर पर बच्चों में 'ासा उत्साह और ोश देखने को मिलाl अंत में हमार माननया उपप्रधानाचार्या ने अपने अनमोल शब्दों से उनका उत्साह और मनोबल बढ़ाते हुए प्रोत्साहित किया l